पाप और रोगों का संबंध: एक अनजाना रिश्ता
आयुर्वेद को व्यवस्थित रुप देने वाले महर्षि चरक के अनुसार पिछले जन्मों के पाप (अयोग्य कर्म से उत्पन्न) इस जन्म में रोग बनकर सताते हैं।...
प्रमाणित योग वेलेनेस प्रशिक्षक/प्रमाणपत्र धारक निम्नलि
आयुर्वेद को व्यवस्थित रुप देने वाले महर्षि चरक के अनुसार
जीवनशैली संबंधी शंकाओं के समाधान के लिए स्वस्थ जीवन शैली
लोग भी अब इलाज के लिए दवाओं से ज़्यादा थेरेपी पर अधिक भरोस
आयुर्वेद को व्यवस्थित रुप देने वाले महर्षि चरक के अनुसार पिछले जन्मों के पाप (अयोग्य कर्म से उत्पन्न) इस जन्म में रोग बनकर सताते हैं।...
आज की भाग दौड़ भरी जिन्दगी में मन को एकाग्र कर पाना बहुत ही कठिन है। यह कोई अतिरिक्त कार्य नहीं, बल्कि जीवन का नियमित कार्य है। इसी से जीवन सुगठित-सुव्यवस्थित एवं प्राकृतिक बनता है। ध्यान सर्वाधिक प्रभावोत्पादक मानसिक तथा तन्त्रिका टाॅनिक है। जिसके द्वारा प्रारम्भ से ही शान्ति और स्थिरता प्राप्त करने में सहायता मिलती है।...
आज के समय में लोग इलाज के लिए दवाईयों का सहारा नहीं लेते, बल्कि वैकल्पिक चिकित्सा पर अधिक जोर देते है। इन्हीं में से एक है क्रोमो थेरेपी। एक बेहतर कलरथेरेपिस्ट बनने के लिए आपको व्यक्ति पर प्रत्येक रंग के प्रभाव के बारे में जानकारी होनी चाहिए।...
लोग भी अब इलाज के लिए दवाओं से ज़्यादा थेरेपी पर अधिक भरोसा करने लगे हैं, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ती जा रही है। आजकल एक्यूप्रेशर थेरेपी में प्रशिक्षित अभ्यार्थियों की मांग प्राकृतिक चिकित्सालय, योग सेंटर्स, स्पा और अन्य हॉस्पिटैलिटी कंपनियों में बहुत अधिक है।...
हमारे शरीर के समस्त अंगों का जुड़ाव रीढ़ से ही है, क्योंकि जितनी हमारी रीढ़ लचीली व सीधी रहेगी, तो उससे जुडे़ समस्त अंगों को रक्त का संचार व प्राणिक ऊर्जा का प्रवाह सही होगा। अतः हम अपनी रीढ़ की मांसपेशियों व कड़ियों को लचीला बनाएं रखकर स्वयं को पूर्ण स्वस्थ रख सकते हैं और यह केवल यौगिक व्यायामों से ही सम्भव है।...